रायपुर। छत्तीसगढ़ में इन दिनों तेज गर्मी और लू का कहर जारी है। राज्य के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच चुका है। इस स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने लू (Heat Stroke) के लक्षण, बचाव और प्राथमिक उपचार को लेकर जनहित में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विभाग ने लोगों से लू के प्रभाव को गंभीरता से लेने और जरूरी सावधानियां बरतने की अपील की है।
क्या करें लू से बचने के लिए?
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घर से बाहर निकलने से पहले भरपूर पानी पिएं।
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हल्के रंग के, सूती और ढीले कपड़े पहनें।
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सिर को टोपी, तौलिया या छतरी से ढंककर ही बाहर निकलें।
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नींबू पानी, लस्सी, छाछ, आम पना और ओआरएस जैसे तरल पदार्थों का सेवन करें।
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ताजा खाना खाकर ही घर से बाहर निकलें।
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ज्यादा देर धूप में न रुकें, जितना हो सके छाया में रहें।
क्या न करें लू के समय?
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खाली पेट धूप में बिल्कुल न निकलें।
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हमेशा पानी साथ रखें और बार-बार पीते रहें।
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मिर्च-मसालेदार और बासी भोजन से बचें।
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सीधे कूलर या एसी से बाहर की गर्मी में न जाएं।
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अनावश्यक यात्रा या धूप में घूमना टालें।
लू के लक्षण क्या हैं?
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सिरदर्द और तेज बुखार
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उल्टी या मतली
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अत्यधिक पसीना आना या अचानक बंद हो जाना
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चक्कर, कमजोरी और बेहोशी
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मांसपेशियों में ऐंठन
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नब्ज तेज या असामान्य होना
लक्षण दिखने पर क्या करें?
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व्यक्ति को छायादार या ठंडी जगह पर लिटाएं।
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कपड़े ढीले करें और ठंडी पट्टियों से शरीर का तापमान कम करें।
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लिक्विड डाइट जैसे आम पना या ओआरएस दें।
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तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में ले जाकर चिकित्सकीय सहायता लें।
