केदारनाथ, जून 2025: केदारनाथ में हुए दर्दनाक हेलीकॉप्टर क्रैश की जांच में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। जांच में हेलीकॉप्टर संचालन कर रही कंपनी आर्यन एविएशन की लापरवाही की पुष्टि हुई है। घटना के बाद सुरक्षा मानकों और संचालन प्रक्रिया को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
हादसे के दौरान आर्यन एविएशन के हेलीकॉप्टर की सेवा में कई अनियमितताएं पाई गईं, जिससे यह साफ हुआ कि कंपनी ने सुरक्षा संबंधी नियमों का पूरी तरह पालन नहीं किया। यही वजह है कि जांच एजेंसियों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए कंपनी के दो वरिष्ठ अधिकारियों—अकाउंटेबल मैनेजर कौशिक पाठक और मैनेजर विकास तोमर—के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
इन दोनों पर भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 105 और एयरक्राफ्ट एक्ट की धारा 10 के तहत केस दर्ज हुआ है। ये धाराएं उन मामलों में लगाई जाती हैं, जहां किसी की लापरवाही से जानमाल का गंभीर नुकसान होता है, खासकर जब मामला सार्वजनिक सुरक्षा से जुड़ा हो।
केदारनाथ हेलीकॉप्टर क्रैश सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि पवित्र धाम की ओर यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर चेतावनी भी है। इस घटना ने हेलीकॉप्टर सेवा देने वाली कंपनियों की जवाबदेही और प्रशासन की निगरानी व्यवस्था को फिर से कठघरे में खड़ा कर दिया है।
