दल्लीराजहरा,नगर में एक गहरा शोक छा गया है। राजहरा व्यापारी संघ के पूर्व अध्यक्ष, जैन प्रेरणा क्लब के अध्यक्ष और समाजसेवा के समर्पित प्रतीक, शांतिलाल जैन लोढ़ा उर्फ ‘शांतु भैय्या’ अब हमारे बीच नहीं रहे। अपने सहज, सरल स्वभाव और कुशल नेतृत्व के लिए पहचाने जाने वाले शांतिलाल जैन ने आज अपनी जीवन यात्रा पूर्ण कर प्रभु के श्रीचरणों में प्रस्थान कर लिया।
उनका जाना न केवल जैन समाज, बल्कि सम्पूर्ण दल्लीराजहरा नगर के लिए अपूरणीय क्षति है। वे लगभग 15 वर्षों तक व्यापारी संघ के अध्यक्ष रहे और इस दौरान उन्होंने हमेशा व्यापारियों के हक की लड़ाई लड़ी। उनकी कार्यशैली में न्याय और सेवा सर्वोपरि रही। समाज के हर वर्ग से उनका गहरा जुड़ाव था, हर किसी के सुख-दुख में वह सहभागी बनते थे।
शांतु भैय्या ने जैन प्रेरणा क्लब के माध्यम से न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक कार्यों में भी अनुकरणीय योगदान दिया। दल्लीराजहरा के सुव्यवस्थित मुक्ति धाम का निर्माण उनकी दूरदर्शिता और समर्पण का साक्षी है। राजनीति में भी वे एक प्रभावशाली और सशक्त हस्ताक्षर थे।
उनके आकस्मिक निधन से पूरा नगर शोकाकुल है। नगरवासियों की आंखें नम हैं और हृदय भारी है। हर गली, हर मोड़ पर उनकी यादें सांस ले रही हैं। ऐसे व्यक्तित्व का चले जाना सिर्फ एक व्यक्ति का जाना नहीं, बल्कि एक युग का अवसान है।
ईश्वर से प्रार्थना है कि वह शांतिलाल लोढ़ा जी को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शैलेश एवं सतीश लोढ़ा सहित समस्त लोढ़ा परिवार को यह असहनीय पीड़ा सहने की शक्ति प्रदान करें।
नगर की श्रद्धांजलि… एक सितारा अब आसमान में चमक रहा है, लेकिन दिलों में हमेशा अमर रहेगा,,00000
