दल्लीराजहरा, पति के द्वारा पत्नी की हत्या कर दिए जाने के मामले को लेकर पुलिस ने प्रेस वार्ता में जिला पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल सहित दल्लीराजहरा सीएसपी डॉ चित्रा वर्मा ने बताया कि दल्लीराजहरा शहर समीप चिखलाकसा क्षेत्र में हुई एक महिला की संदिग्ध मौत के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। प्रारंभ में एक्सीडेंट प्रतीत हो रही घटना दरअसल एक पूर्व-नियोजित हत्या निकली। तकनीकी साक्ष्यों और सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण से यह स्पष्ट हो गया कि मृतका बरखा वासनिक की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके पति शीशपाल वासनिक ने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर की थी।
घटना का संक्षिप्त विवरण:
दिनांक 22 मार्च 2025 को शाम करीब 4:15 बजे मानपुर रोड स्थित बजरंग बली मंदिर के पास एक स्कूटी दुर्घटना की सूचना मिली थी। स्कूटी पर दो महिलाएं सवार थीं — बरखा वासनिक और मथुरा मंडावी। मौके पर पहुंची 108 एम्बुलेंस ने दोनों को शासकीय अस्पताल चिखलाकसा पहुँचाया, जहाँ बरखा वासनिक को मृत घोषित कर दिया गया और मथुरा मंडावी घायल अवस्था में पाई गई।
प्रारंभिक जांच में यह एक सड़क दुर्घटना लग रही थी, लेकिन जब आसपास के स्कूल के बच्चों ने बताया कि एक सफेद बोलेरो सवार व्यक्ति स्कूल छूटने के समय और बरखा वासनिक के बारे में पूछताछ कर रहा था, तो शक की सुई पति शीशपाल वासनिक की ओर घूम गई। तकनीकी विश्लेषण में आरोपी का मोबाइल लोकेशन लगातार दुर्ग में ही दिख रहा था, जिससे पुलिस को गहरी साजिश की आशंका हुई।
हत्या की साजिश और षड्यंत्र का खुलासा:
पूछताछ में शीशपाल वासनिक के दोस्त कयामुद्दीन ने स्वीकार किया कि वह इस हत्या में शामिल था और ₹60,000 में इस वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार हुआ था। शीशपाल, जो विद्युत विभाग में सहायक अभियंता के पद पर पदस्थ है, ने पूरी योजना पहले से बना रखी थी। उसने अपने मोबाइल को दुर्ग में ही छोड़ दिया था और कार्यालय के स्वीपर को मोबाइल नंबरों की एक सूची देकर अलग-अलग समय पर कॉल करने के निर्देश दिए थे ताकि उसकी लोकेशन दुर्ग में ही दिखे।
हत्या से एक दिन पहले दोनों आरोपी बोलेरो से शेरपार हाई स्कूल पहुँचे और घटना स्थल की रेकी की। घटना के दिन जैसे ही बरखा स्कूल से निकली और स्कूटी से घर लौट रही थी, आरोपी बोलेरो लेकर पीछे-पीछे चल रहे थे। जैसे ही स्कूटी ने बोलेरो को ओवरटेक किया, मोड़ पर स्कूटी को पीछे से टक्कर मारी गई। बरखा और उसकी साथी स्कूटी से गिर पड़ीं। इसके बाद शीशपाल ने लोहे की रॉड से पत्नी के सिर और पीठ पर कई वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया।
सबूत और जब्ती:
पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या में उपयोग की गई बोलेरो, लोहे की रॉड, मोबाइल, कॉलिंग सूची और यूट्यूब सर्च हिस्ट्री समेत अन्य तकनीकी साक्ष्य जब्त कर लिए हैं। मोबाइल में कई क्राइम स्टोरी और पुलिस जांच से बचने के तरीके से जुड़े वीडियो देखे गए थे, जिससे पता चलता है कि हत्या की योजना कैसे बनाई गई थी।
नशा, कलह और अलगाव बना हत्या की वजह:
बरखा और शीशपाल की शादी 2016 में हुई थी और उनके दो बच्चे हैं। शादी के बाद से ही उनके बीच विवाद होते रहे, और शीशपाल अक्सर मारपीट करता था। बरखा अधिकतर मायके में बच्चों के साथ रहती थी और वापस पति के पास नहीं जाना चाहती थी। इस अलगाव और घरेलू कलह से आहत होकर शीशपाल ने हत्या की यह घातक योजना रची।
यह मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि घरेलू हिंसा किस हद तक जानलेवा हो सकती है। पुलिस की सूझबूझ, तकनीकी विश्लेषण और सघन पूछताछ से साजिश का पर्दाफाश हो सका। फिलहाल दोनों आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और मामले की जांच आगे बढ़ाई जा रही है,
