दीपक मितल प्रधान संपादक छत्तीसगढ़
बालोद,,समाज सेवा की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल करते हुए जैन संघ बालोद एवं उदयाचल नेत्र चिकित्सालय राजनांदगांव के संयुक्त तत्वावधान में बालोद जिले को “मोतियाबिंद मुक्त जिला” बनाने के उद्देश्य से दो दिवसीय नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया।
यह शिविर ग्राम झलमला स्थित गंगा मैया मंदिर प्रांगण एवं ग्राम पंचायत दुधली के शिशु मंदिर परिसर में आयोजित किया गया, जिसमें दोनों स्थानों से 250 से अधिक लोगों ने नेत्र परीक्षण करवाया। इस दौरान लगभग 30 लोगों में मोतियाबिंद की पुष्टि हुई, जिन्हें राजनांदगांव स्थित उदयाचल आई हॉस्पिटल में निःशुल्क ऑपरेशन हेतु आमंत्रित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि मरीजों के लिए न सिर्फ नि:शुल्क ऑपरेशन, बल्कि दवाइयां, चश्मा, भोजन एवं रहने की व्यवस्था भी पूरी तरह नि:शुल्क की गई है। यह प्रयास निश्चित ही स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करता है।
इस अवसर पर जैन संघ की युवा शाखा — जैन युवा शक्ति ने भी पर्यावरण संरक्षण और जीवदया का संदेश देते हुए भीषण गर्मी को देखते हुए पक्षियों के लिए मिट्टी के सकोरे मरीजों को वितरित किए। साथ ही, सभी नागरिकों से अनुरोध किया गया कि वे इन सकोरों में दाना-पानी रखकर पक्षियों की सेवा करें, ताकि गर्मी में किसी पक्षी की प्यास या भूख से मृत्यु न हो।
इस सेवा कार्य में जिनका विशेष योगदान रहा:
जैन संघ बालोद के अध्यक्ष ताराचंद सांखला
संरक्षक हरीश सांखला
गंगा मैया मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख सोहनलाल टावरी
सचिव मांगीलाल ढेलडिया, उपाध्यक्ष मुकेश भंसाली, कोषाध्यक्ष प्रकाश भंसाली
अन्य सदस्य: चेतन ढेलडिया, प्रदीप चोरडिया, लक्की लोढ़ा, विनोद श्रीमाल (मीडिया प्रभारी), शुभम नाहटा, शुभम श्रीमाल
ग्राम दुधली से: उपसरपंच मोहित देशमुख, डामेश्वर देशमुख, संदीप नाहर, भूपेंद्र धनकर, गेंदसिंह देशमुख, जफर तिगाला सहित अन्य गणमान्य नागरिकों ने भी भरपूर सहयोग दिया।,
इस नेक पहल से प्रेरणा लेकर अन्य सामाजिक संगठन भी स्वास्थ्य एवं पर्यावरण सेवा के लिए आगे आएं, यही इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है।समाज और मानवता के लिए किया गया यह कार्य एक मिसाल बन कर उभरा है।,,
