मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ जनकपुर क्षेत्र के ग्राम गिरवानी से एक गंभीर वन्यजीव तस्करी का मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। वनमंडल मनेन्द्रगढ़ की कुवारपुर और जनकपुर वन परिक्षेत्र की संयुक्त टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापा मारते हुए तेंदुए की खाल, नाखून और अन्य अवशेष बरामद किए हैं।
आरोपी के घर से बरामद हुए अंग
गिरवानी निवासी रामनरेश उर्फ लटकू, पिता रामदास, जाति वासुदेवा के घर पर जब वन विभाग की टीम ने छापा मारा तो वहां से तेंदुए की खाल, नाखून और अन्य अंग बरामद किए गए। प्राथमिक जांच में ये सभी अंग वन्यजीव तस्करी के उद्देश्य से रखे गए प्रतीत हो रहे हैं। सभी वस्तुओं को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ताकि पुष्टि की जा सके कि वे वास्तव में तेंदुए के ही हैं।
वन विभाग करेगा कठोर कार्रवाई
वन अधिकारियों ने बताया कि यह मामला वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है और इसके लिए कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई का उद्देश्य क्षेत्र में वन्यजीव संरक्षण को लेकर कड़ा संदेश देना है। साथ ही अन्य संलिप्त व्यक्तियों की तलाश और जांच जारी है।
पहले भी रहा है आरोपी संदिग्ध
सूत्रों के अनुसार, रामनरेश उर्फ लटकू पर पहले भी अवैध शिकार के आरोप लगे थे, हालांकि वर्तमान मामले की पुष्टि और गहराई से जांच के बाद ही कानूनी निष्कर्ष निकाला जाएगा। विभाग इस पूरे मामले को नियोजित तस्करी नेटवर्क से भी जोड़कर देख रहा है।
वन विभाग की आम जनता से अपील
वन विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि अगर उन्हें कहीं भी अवैध शिकार या वन्यजीव व्यापार की सूचना मिले, तो वे बिना हिचकिचाए निकटतम वन कार्यालय में इसकी रिपोर्ट करें। विभाग ने कहा कि ऐसे अपराध न केवल कानूनन दंडनीय हैं, बल्कि जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भी घातक हैं।
