रायपुर रेलवे स्टेशन पर जनशताब्दी एक्सप्रेस में सफर कर रहे एक युवक की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। सुबह करीब 11 बजे ट्रेन रायपुर स्टेशन पहुंची और युवक का शव प्लेटफॉर्म पर उतारा गया।
हालांकि, आरपीएफ ने जीआरपी को सूचना दे दी थी, लेकिन युवक का शव स्टेशन पर लगभग तीन घंटे तक पड़ा रहा, जिससे जीआरपी की लापरवाही उजागर हुई है।
घटना के बाद जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम ने शव को कब्जे में लिया और उसकी शिनाख्त करने की कोशिश की, लेकिन पहचान नहीं हो पाई। युवक की उम्र लगभग 35 वर्ष बताई जा रही है, और उसके पास से कोई पहचान पत्र नहीं मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है
रेलवे विभाग के नियमों के अनुसार, ट्रेन में किसी यात्री की मौत होने पर शव को नजदीकी स्टेशन पर उतारना होता है। शव को कब्जे में लेने की जिम्मेदारी नजदीकी जीआरपी थाने की है। पहले शव का पोस्टमार्टम करवाया जाता है, फिर उसे परिजनों के हवाले किया जाता है। इस मामले में जीआरपी की लापरवाही से युवक का शव तीन घंटे तक प्लेटफॉर्म पर पड़ा रहा, जो गंभीर सवाल खड़े करता है….
