रेल्वे मे नौकरी लगाने के नाम पर 05 लाख 40 हजार का ठगी करने वाले शातिर आरोपी बिलासपुर पुलिस के गिरफ्त में!

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 पुलिस अधीक्षक बिलासपुर रजनेश सिंह (भापुसे) के नेतृत्व व निर्देशनुसार भागलपुर बिहार से पकड़े गए शातिर आरोपी!

 ग्राउण्ड इनपुट व टेक्निकल इनपुट से मिला आरोपी का सुराग*

 *एसीसीयू बिलासपुर व थाना बिल्हा की संयुक्त कार्यवाही ।

नाम आरोपी –
01.रुपेश कुमार रजक पिता दीपलाल रजक उम्र 31 वर्ष साकिन मयागंज बक्सल मिस्त्री लेन थाना बरारी जिला भागलपुर (बिहार)
02.श्रीमति रोमा कुमारी पति रुपेश कुमार रजक उम्र 24 वर्ष साकिन मयागंज बक्सल मिस्त्री लेन थाना बरारी जिला भागलपुर (बिहार)

विवरण-
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि  पुलिस अधीक्षक महोदय बिलासपुर   रजनेश सिंह(भा.पु.से.) के द्वारा फरार आरोपियो की पतासाजी कर त्वरित गिरफ्तारी करने हेतु  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय (ग्रामीण)  अनुज कुमार एवं सीएसपी चकरभाठा  डी आर टण्डन को निर्देशित किया गया था, जिसके तारतम्य में थाना बिल्हा मे टीम बनाकर एसीसीयू बिलासपुर के तकनीकी सहयोग से फरार आरोपीगणो का भागलपुर बिहार में पता चलने से थाना बिल्हा से टीम रवाना किया गया था जिसमें प्रकरण के आरोपी पति पत्नि को भागलपुर बिहार से गिरफ्तार कर थाना बिल्हा लाया गया प्रकरण सदर के प्रार्थी डोमन कुमार राजपूत पिता श्याम कुमार राजपूत निवासी उमरिया थाना बिल्हा के द्वारा प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराया था कि कुछ दिन पूर्व प्रार्थी का मुलाकात रूपेश कुमार रजक पिता   दीपलाल रजक, निवासी- मायागंज बरारी भागलपुर बिहार, वर्तमान निवास पुरानी बस्ती खरसिया जिला रायगढ़ वाले से डोंगरगढ जाते समय ट्रेन में हुई थी। उसने अपने आपको रेल्वे में लोको पायलट के पद पर खरसिया में पदस्थ होना बताया। उसके बाद से हम दोनो की दोस्ती हो गई और हम दोनो का एक दूसरे के परिवार में आना जाना शुरू हो गया। बातचीत के दौरान मै रूपेश को बताया था कि रेल्वे ग्रुप डी में फार्म भरा हॅू, मेरा पेपर होने वाला है, तब उसने रेल्वे के उच्च अधिकारी से अपना उठना बैठना बताया। डीआरएम, जीएम से संपर्क बताया। और कहा कि डीआरएम सर सब बना देंगे तुम्हारा नौकरी लग जायेगा। छरू लाख रूपये लगेगा अभी कुछ देना पडेगा कहकर मुझसे 3,00,000/- तीन लाख रूपये की मांग किया था तब मैने अपने पिता श्याम कुमार राजपूत के सेंट्रल बैंक बिल्हा के एकाउन्ट से चेक क्रमांक 044138 के माध्यम से रूपेश कुमार रजक के यूनियन बैंक मायागंज बरारी बिहार के खाता नंबर 624402010006307 में दिनांक 26.5ण्2022 को तीन लाख रूपये ट्रांसफर किया। कुछ दिन बाद हम लोग एक साथ परिवार सहित दिल्ली, आगरा घुमने गये। तब उसकी पत्नी रोमा कुमारी भी मुझे व मेरी पत्नी अनुराधा को नौकरी लगाने का विश्वास दिलाती रही और अपने पति को भी रेल्वे मे नौकरी करना तथा उच्चाधिकारियो से संपर्क होना बताती थी। 06 दिन बाद हम लोग वापस आ गए। उसके कुछ दिन बाद रूपेश रजक मुझे फोन कर बताया कि आपका सलेक्शन हो गया है, और वाटसअप में दिनांक 07.07.2022 को एक लिस्ट भेजा जिसमें मेरा नाम था। तथा एलाटमेंट लेटर के लिए मुझसे दो लाख रूपये की मांग किया, तब मै फोन पे के माध्यम से अलग-अलग दिनांक को कई किस्तो में 2,00,000/- दो लाख रूपये उसके फोन पे नंबर 6200569905 में ट्रांसफर किया। उसके बाद मुझे माह सितंबर में फिर से एलाटमेंट लेटर के लिए चालीस हजार रूपये की मांग किया तब मै 03.09.2022 को फोनपे से चालीस हजार रूपये उसको ट्रांसफर किया। उसके कुछ दिन बाद वह मुझे अपने घर बुलाकर एलाटमेंट लेटर दिया और छाल रायगढ स्टेशन में ज्वाइनिंग कराना बताया और ज्वाइनिंग लेटर अलग से आयेगा कहा। एक दो माह बाद भी ज्वाइनिंग लेटर मुझे नही मिला तो उससे ज्वाइनिंग लेटर के बारे में पूछताछ किया तो वह टाल मटोल करने लगा। नौकरी नही लगने पर मेरे द्वारा पैसा वापस मांगा गया तो पैसा देने के लिए घुमाता रहा। आरोपी गिरफ्तारी टीम में उप निरी, जी एल चन्द्रकार, प्र आर बलराम विश्वकर्मा, आरक्षक संतोष मरकाम, म आर जीवन्ती और एसीसीयू बिलासपुर का विशेष योगदान रहा।

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