अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर – छत्तीसगढ़ राज्य गो सेवा आयोग के अध्यक्ष विशेषर पटेल से आज पीठ परिषद , आदित्यवाहिनी – आनन्दवाहिनी के पदाधिकारियों ने राजधानी स्थित इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के विश्राम गृह में सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान सुदर्शन संस्थानम प्रांतीय कार्यालय एवं पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने आयोग अध्यक्ष से गो सेवा क्षेत्र के संबंध में व्यापक चर्चा की। चर्चा के दौरान आयोग के अध्यक्ष पटेल ने संस्थान को गौ सेवा क्षेत्र में हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर पुरी शंकराचार्य आश्रम रावाभांठा के सीमा तिवारी , टीकाराम साहू , शिव गोविन्द सिंह , अरविन्द तिवारी , डेविड साहू , राकेश राजगढ़िया , वासु साहू , मुन्ना साहू और युवा पत्रकार गुलशन साहू विशेष रूप से उपस्थित थे। इसकी जानकारी सुदर्शन संस्थानम , पुरी शंकराचार्य आश्रम के मीडिया प्रभारी अरविन्द तिवारी ने दी।
संक्षिप्त परिचय –
छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष विशेषर पटेल का जन्म अविभाजित जिला बिलासपुर के पण्डरिया विकास खण्ड , तह-मुंगेली (अब कबीरधाम जिला) के प्रतिष्ठित कृषक एवं समाजसेवी उदयराम पटेल के यहां 31 मई 1961 को हुआ। इनका बचपन बहुत संघर्ष में बीता और इनका पालन-पोषण बड़ी मां जानकी बाई ने किया। इनकी प्रारंभिक शिक्षा ग्राम सारिस्ताल लोरमी और हायर सेकेन्डरी की शिक्षा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पण्डरिया से हुआ। उच्च शिक्षा के लिये जीजा के प्रयास से सीएम, दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीएससी प्रथम वर्ष में पढ़ाई की पारिवारिक परिस्थिति के कारण पढ़ाई छोड़ना पड़ा। धार्मिक रुचि के चलते कक्षा दसवीं में ग्राम में बालसमाज का गठन कर प्रभात फेरी (हरिकीर्तन) तथा साप्ताहिक रामायाण मंडली प्रारंभ किया इसके माध्यम से प्रत्येक घर से प्रत्तिदनि एक मुट्ठी चांवल संग्रह कर विभन्न धार्मिक कार्यकम गणोत्सव , नवथा रामायण , मानसप्रवचन हनुमान मंदिर , भारत माता मंदिर का निर्माण आदि कार्यकम प्रारंभ किया। बाद में बालसमाज का नामकरण तरूण समिति फिर ग्राम विकास समिति में परिवर्तित ही कर फॅर्म एवं सोसाइटी द्वारा पंजीयन 26 अपैल 1994 में कराया गया। इसके माध्यम से ग्राम में केशव पूर्वमाध्यमिक विद्यालय का संचालन बाद में केशवउच्चतर माध्यमिक विद्यालय तथा वनांचलग्राम बैजलपुर (पचराही के निकट) में महावीर उच्बतर माध्यमिक विद्यालय एवं आदिवासी छात्रावास प्रारंभ किया गया। इसी क्रम में 2006 से केशव गौशाला लोहरा का संचालन शुरू किया गया। वर्ष 1984 में तदर्थ शिक्षक के पद पर पंडरिया के प्राथमिक विद्यालय में हुई फिर 1986 में मध्यप्रदेश कनिष्ट सेवा चयनबोर्ड (मिनी पीएससी.) के माध्यम से नियमित शिक्षक के पद पर वनांचल ग्राम कोदवागोड़न में हुई। सेवाकार्य के दौरान ही गुरूघासीदास विविद्यालय से बी.काम., एम.ए. इतिहास , माध्यमिक शिक्षामण्डल से डी.एड तथा पंडित सुन्दरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय से एम.ए. संस्कृत की उपाधि प्राप्त किया। आगे प्राथ विद्यालय लडुवा , कन्या प्राथ, पूर्व माध्य. विद्या. पाण्डातराई में सहायक शिक्षक , उच्चवर्ग शिक्षक एवं कन्या हाईस्कूल पाण्डातराई , हाईस्कूल कुम्ही में प्रभारी प्राचार्य के पद पर तथा बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पाण्डातराई में व्याख्याता, के पद पर कार्य किया। सेवा काल में मास्टर ट्रेनर , संकूल प्रभारी के दायित्वों भी का निर्वहन किया। ये वर्ष 1980 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आये और संघ शिक्षा वर्ग 1986 ,87, 88 में क्रमशः प्रथम , द्वितीय एवं तृतीय वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त कर संघ के विभिन्न दायित्वों का निर्वहन भी किये। ये अगस्त 2013 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर सामाजिक कार्यों एवं गौपालन में लगे हैं। ये इसके पहले भी मई 2016 से दिसम्बर 2018 तक छग. राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पद का सफलतापूर्वक निर्वहन कर चुके हैं और वर्तमान में भी छग राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पद का दायित्व निभा रहे हैं।